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Thursday, June 4, 2009

विधुत्त विभाग का एक सनसनी खुलासा ........




एक और जहाँ देवघर जिले को विश्वव्यापी श्रावणी मेला के लिए राज्य सरकार द्वारा विशेष पैकेज दिया जाता है वहीँ दूसरी और इस पैकेज का एक दूसरा रूप भी देखा जाता है जो पूरे मेला में तो स्पष्ट रूप से नज़र आता है लेकिन सही मायने में यह अंकेक्षण विभाग के खाते में पूर्ण रूप से परिपक्व नज़र नहीं आता है जिसका एक रूप देवघर स्थित विभिन्न विभागों के ख़ाक छानने से स्पष्ट होता है प्रशासन जैसे-तैसे मेले को संपन्न कराकर सफलता की शेखी बघारते है लेकिन उन शेखी के राहों में कितनी सच्चाई धरातल है , यह अनुत्तर ही रह जाता है इस सन्दर्भ में यह विषय भी काफी रोचक है कि करोडो रूपये आवंटन होने के वावजूद भी विधुत्त विभाग के खाते में करीब ५३ लाख रूपये बकाये के रूप में है विधुत्त बोर्ड जिला प्रशासन से इस सन्दर्भ में भुगतान करने की गुहार लगाई है रोचक बात यह है कि यह बकाया एक साल का नहीं है बल्कि सात साल का है इस बकाया रकम के भुगतान नहीं होने कि हालत में इस साल विधुत्त विभाग के इ एस इ बी के सिन्हा ने लिखित रूप से मेला में विधुत्त उपलब्ध कराने के लिए बत्तोर आठ लाख अग्रिम जमा मांगी है उन्होंने अपने पत्र में राज्य सरकार के ऊर्जा सचिव के देवघर आगमन पर १३ मई को परिसदन में हुई चर्चा का हवाला देते हुए उक्त भुगतान की मांग की है अब जरा सोंचे देवघर के मासव्यापी श्रावणी मेला के लिए राज्य सरकार द्वारा आवंटित पैकेज के वावजूद भी मेला के दौरान सेवा उपलब्ध करा रही विभिन्न विभागों का रुपया बकाया रह जाता है तो मेला के नाम पर पदाधिकारी किस कदर आवंटित धनराशि का उपयोग करते होंगे यह भी एक प्रश्न का विषय है जो पूरे मेला व्यवस्था के साथ - साथ मेला का कमान संभाल रहें पधाधिकारियों के साथ सम्बन्ध रखता है जानकारी के अनुसार वर्ष २००२ से लेकर वर्ष २००८ तक श्रावणी मेले में अस्थायी कनेक्शन के मद में जिला प्रशासन पर ५२ लाख ५७ हज़ार ८५९ रुपया ४८ पैसा बकाया है वर्ष २००२ में ०२ लाख ८७ हज़ार ७९६ रुपया ,


वर्ष २००३ में ०६ लाख १३ हज़ार ७५९ रुपया,


वर्ष २००५ में ०९ लाख ९० हज़ार ३० रुपया,


वर्ष २००७ में ०७ लाख ९५ हज़ार ६५४ रुपया,


वर्ष २००८ में ०७ लाख १५ हज़ार ७५३ रुपया ४८ पैसा


करोडो रूपये का पैकेज लेने वाले देवघर प्रशासन महज बिजली उपभोग का बकाया रखती है तो न जाने किस - किस विभाग और बाहर से भाड़े पर लाये गए या ली गयी सेवाएं का भी बकाया रखतें होंगें यह बानगी कहता है विधुत्त विभाग का एक सनसनी खुलासा

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